Saturday, February 10, 2018

क्या याद है ?


चाँद -सितारे आये हैं,
तुम्हारे सपनों की कहानी सुनने आज,
इस रात की गोद से उठकर आये हैं
ज़िंदगानी तुम्हारी सुनने आज .

कोई खामोश अफसाना हो ,
जो दुनिया से अब तक  अनजाना हो
लफ्ज़ जुबां पर आये हैं
वही कहानी सुनने आज .

बेशक नींद की चादर ओढ़ लो ,
और आँखों को यूँ ही मूँद लो ,
कुछ ख्वाब पुराने आये हैं
वही गुज़ारिश बनकर फिर से आज .

कुछ बातें -यादें इतनी बे -गैरत हैं ,
यूँ ही अक्सर पूछ बैठती हैं
क्या याद है तुमको वो पहला कदम ,
जो मंज़िल पर आकर तुम  भूल बैठे आज .

Meaning:


अफसाना- Story, Tale,Narration
लफ्ज़ - Words
गुज़ारिश-Request
बे -गैरत -Pride less,Shameless